प्रिया चारण

विघ्न हरता मंगल करता देवो में देव ,


जो हर कार्य को सफल करता,,


मंगल कार्य का जो श्री गणेश है


गणनायक वो गौरी पुत्र मूषक नरेश है।


 


एक दंत है , प्रभु दयावान, प्रार्थना स्वीकृत है।


विद्या सागर, बुद्धि दाता प्रभु,


दिन दुःखी के आस तुम्ही ,


मोदक प्रिय, गौरी नन्दन गणेश ,


गणेश चर्तुथी को करे घर मे प्रवेश,,


 


मात पिता की परिक्रमा को चक्र ब्रह्माण्ड बताया,


जन जन को मात पिता का महत्व बताया।


 


कुबेर ख़जाना भोजन में खपाया,


अहंकार कुबेर जी का तोड़ दिखलाया,


तुलसी पत्र की महिमा को


कुबेर भण्डार से अधिक बतलाया,


 


मूषक को असवार लिए ,


इस बरस फिर बप्पा अवतार लिए ,


 


 


प्रिया चारण उदयपुर


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