कोरोना से हे प्रभो,
सारे हैं लाचार।
पहले सी तो है नहीं,
धूमधाम इस बार।
डरे हुए हैं हम सभी,
कर मत दे ये वार।
मचा दिया है देश में,
इसने हाहाकार।
यही निवेदन आपसे,
हे प्रभु अबकी बार।
कोरोना को मारिए,
कर के अस्त्र प्रहार।
हे लम्बोदर गजबदन,
हे सुत उमा- महेश।
हे गणपति हे विघ्नहर,
हर लो सबके क्लेश।
।। राजेंद्र रायपुरी।।
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