संदीप कुमार विश्नोई रुद्र

देवों में निराले देव कहलाते महादेव , 


राम नाम की ये धुन जटा जूट धारी हैं।


 


गले में भुजंग साजे नाद डमरू का बाजे , 


सारा जग गुण गाता ये पिनाकधारी हैं। 


 


भक्त इनको मनाए द्वार दौड़े दौड़े आए , 


झोली खाली भर देते ये भोले भंडारी हैं।  


 


रुद्र महिमा सुनाता नित भोले को मनाता , 


बिगड़ी बनाने वाले देव त्रिपुरारी हैं। 


 


संदीप कुमार विश्नोई"रुद्र"


दुतारांवाली तह0 अबोहर पंजाब


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