सत्यप्रकाश पाण्डेय

बंधन कटे जन्मों का.....


 


दीन दरिद्र के सहायक


तुम ही जीवन दाता


तुम्ही रक्षक तुम संरक्षक


तुमही भाग्य विधाता


 


अनाचार का अंत किया


हे धर्म के संस्थापक


अरि हन्ता कष्ट निवारक


हे सुर मुनि के नायक


 


आदिशक्ति सौम्य स्वरूप


नाम धाम दोनों पावन


विश्व रूप श्री राधे कृष्णा


"सत्य"हृदय मन भावन


 


प्रणपण से मैं तो किंकर


युगलरूप चरणों का


दया करो जग वन्दनीय


बंधन कटे जन्मों का।


 


युगलरूपाय नमो नमः


सत्यप्रकाश पाण्डेय


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