सीमा निगम 

आजादी का जश्न सब मनाते रहे,


मेरे देश में शांति और अमन हो |


 


भाई-चारे समानता का भाव रहे,


सबके लिए ईद और दीवाली हो |


 


शहीदों की शहादत याद रहे ,


आजादी के वीरों का गुणगान हो |


 


कानून के प्रति लोगों का विश्वास रहे,


लूट हिंसा आतंक का सर्वनाश हो |


 


जन-जन में देशप्रेम का लहर रहे,


देश के लिए मर मिटने का जज्बा हो |


 


देश की एकता-अखंडता बनी रहे, 


अधिकारों और कर्तव्यों का निर्वहन हो|


 


गणतंत्र की सार्थकता बनी रहे,


एक राष्ट्रधर्म का नया आगाज हो|


 


 


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...