सीताराम राय सरल 

भारत माता तुझे प्रणाम 


शहीदों को शत शत है सलाम 


 


था परतन्त्र देश सदियों से 


सह रहा था जुल्म पराये 


लूट लिया सब कुछ हमसे 


कहने पर कोडे बरसाये 


कुछ थे अपने ही नमक हराम ।।


भारत माता तुझे प्रणाम 


 


लाखों शहीदों की कुर्बानी 


खून से लिखी यही कहानी 


अरमानों का गला घोंटकर 


मां पर वार दी भरी जवानी 


चारों तरफ मचा था कोहराम ।


भारत माता तुझे प्रणाम 


 


पन्द्रह अगस्त का दिन पावन 


हुआ आजाद वतन सुहावन 


खुशियाॅ आई शुभ मनभावन 


वीरों की गाथा अमर सुहावन 


अपना रोशन कर गये शुभ नाम 


भारत माता तुझे प्रणाम 


 


श्रृद्धा सुमन समर्पित कर हम 


करते शत शत नमन तुम्हारा 


आजादी के पावन पर्व पर सदा 


हरदम होगा सम्मान तुम्हारा 


भारत के वीर सपूतो तुम्हें सलाम


भारत माता तुझे प्रणाम 


 


आजादी का जश्न तुम्हें है अर्पित 


नम आंखों से पुष्पांजलि समर्पित 


तुम सबकी कुर्बानी से दिन पाया 


करते नमन शौर्य तुम पर हैंगर्वित 


कुन्जी सरल संभालो रखना थाम 


भारत माता तुझे प्रणाम ।।


 


- सीताराम राय सरल 


टीकमगढ मध्यप्रदेश


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