श्री कृष्ण बाल लीला आशुकवि नीरज अवस्थी

यशोदानन्द  के  नन्दन  गगरिया  तोड़ने वाले।


तुम अपनी बाललीलाओ से मन को मोहने वाले।


करूँ  तारीफ़  मैं  कितनी  बड़े भोले  मनोहर  हो,


सुदामा रंक से यारी क रिश्ता जोड़ने वाले।।


~9919256950


 


 


 


           


नीरज नयनन नीर अधीर बहे सुधि लीजै हे बनवारी ।         


सूर के आंधरि नैन हमारि सुलोचन दर्शन दो बनवारी।


गाय चरावो न वंशी बजावो न रास रचावो रासबिहारी ।


नीरज नयनन त्रास उदास भरो मन प्रीति मोरे बनवारी।


आशुकवि नीरज अवस्थी~9919256950


 


 


 


बालरूप कृष्ण नन्दवाबा जी के छैया,भैया गोकुल बसइया तुम्हे कोटि सा प्रणाम है।


दुष्टों के हन्ता नख पे गिरि को उठाने वाले धेनु चरवइया तुम्हे कोटि सा प्रणाम है।


नीति को बताकर अनरीति को मिटाने वाले गीता के बचइया तुम्हे कोटि सा प्रणाम है।


एक पल में अर्जुन के मोह को मिटाने वाले,सांवरे कन्हैया तुम्हे कोटि सा प्रणाम है।।


 


धन्य है कदम्ब कुंज धन्य ब्रजधाम धन्य मुरली बजइया तुम्हे कोटि सा प्रणाम है।


धन्य धन्य यमुना है धन्य यमुना का कूल नाग के नथइया तुम्हे कोटि सा प्रणाम है।


बालकृष्ण योगिराज राधेश्याम द्रोपदी की लाज के बचइया तुम्हे कोटि सा प्रणाम है।


नीरज की नाव मजधार बीच डोल रही उसके खेवइया तुम्हे कोटि सा प्रणाम है।।


 


आशुकवि नीरज अवस्थी मो.-9919256950


 


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