सुनीता उपाध्याय

वो ही करेंगे अब भला आवाम का।


मिलकर सभी जो नाम लें श्रीराम का।


 ****


आधार हैं सबके सुधारें काम भी।


करते रहे हैं नाम भी बेनाम का।


 ****


जब पड़ गई है नींव तो देखो सभी।


जगमग हुआ हर है सितारा बाम का।


****


 वो भी करेगा काम सब संसार में।


रहता रहा है जो सदा बेकाम का।


****


जो राम का गुनगान करते हैं सदा।


होता नहीं उनको है डर अंजाम का।


****


सुनीता उपाध्याय


६/८/२०२०


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...