जन्में है कृष्ण कन्हैय्या, बाजे रे बधइयां
ब्रज में बाजे रे बधैया
जन्में हैं कृष्ण......
जग में मगन सब भैया, बाजे रे बधैया,
काली ये घनघोर घटा,है छाई चहूँ ओर
जेल के भी ताले टूटे, सन्नाटा हर ओर
चले वसुदेव ले नागनथईय्या, ब्रज मा बाजे बधैया
जन्में है कृष्ण कन्हैय्या.......
भादो पक्ष की अष्टमी मे, जन्मा कृष्ण कन्हैय्या
काली अंधियारी रैन, कृष्ण हैं अवतरैय्या
बचपन से नटखट थे कन्हैय्या, बाजे रे बधैया।
जन्में है कृष्ण कन्हैय्या.....
नन्द बाबा प्यार लुटावै,यशोदा जी दुलरावै
गोपी ग्वाल नाचे झूमे, सखियाँ मंगल गावैं
संग राधा के रास रचैया, बाजे रे बधैयया
जन्में हैं कृष्ण कन्हैय्या......
कर्मयोग का पाठ पढ़ाया, गीता का उपदेश दिया,
प्रेम का ऐसा पाठ पढ़ाया, हर दिल में प्यार दिया,
गउओं के हैं वो चरैय्या, बाजे रे बधैय्या
जन्में हैं कृष्ण कन्हैय्या.......
राधा हैं शक्ति तेरी, मीरा तेरी भक्ति
प्रेम दीवानी 'सुषमा' को,दे दो अपनी भक्ति
तुम हो दुःखों के हरैय्या।ब्रज में बाजे.....
जन्में हैं कृष्ण कन्हैय्या, बाजे ब्रज....
होगा उपकार तेरा कृष्ण कन्हैया
पड़ी मझधार कृष्ण कन्हैय्या, बाजे रे ....
नैय्या कर पार कृष्ण कन्हैय्या, बाजे रे बधैया
जन्में हैं कृष्ण कन्हैय्या....
सुषमा मोहन पांडेय
सीतापुर उत्तर प्रदेश
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