आचार्य गोपाल जी

चंदन की खुशबू


 


 


घिसे जाओगे जब कर्तव्य शीला पर,


तभी फैलाओगे चंदन सी खुशबू।


 


जो उतरोगे दिलों में धड़कन बनकर, 


तो आएगी तुम से भी चंदन की खुशबू।


 


बैर-द्वेष और वैमनस्यता को त्यागोगे,


अंतरात्मा में महकेगी चंदन की खुशबू।


 


भाईचारे का दीपक जो जलेगा दिलों में,


तो भारत में महकेगी चंदन की खुशबू।


 


आचार्य गोपाल जी


             उर्फ 


आजाद अकेला बरबीघा वाले


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