आँखों में
कितने रंग छुपा रखे हैं माँ
तुम्हारी आँखों में |
गज़ब का भोलापन और चंचलता है
तुम्हारी आँखों में ||
सूरज जैसा तेज ,चाँद सी शीतलता
तुम्हारी आँखों में |
माँ की ममता का सागर भी छुपा
तुम्हारी आँखों में ||
प्रियतमा का प्यार और मनुहार
तुम्हारी आँखों में |
सागर जैसी गहराई और कई राज़
तुम्हारी आँखों में ||
मनमोहक ,मनमादक पर ठहराव
तुम्हारी आँखों मैं|
प्यार से संहार तक कई रंग
तुम्हारी आँखों में ||
अर्चना शुक्ला
मुंबई
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