ज्योतिष क्या है ?
दुनिया में लगभग सभी लोग ज्योतिष के बारे में किसी न किसी रूप में चर्चा करते है,कोई इसे शत प्रतिशत सही मानता है तो कोई इसे अंध विश्वास ,तो कोई इसके बारे में स्पष्ट राय नहीं रखते परन्तु किसी न किसी रूप में मानते जरूर है ।
वास्तव में ज्योतिष एक विशुद्ध विज्ञान है जो गृह,नक्षत्र,खगोलीय घटनाएं आदि पर आधारित है ।
जिस तरह किसी रोग के निदान हेतु एक कुशल चिकित्सक दवा के साथ परहेज़ बताता है ,तथा यदि रोगी चिकित्सक द्वारा बताई औषधि को सही तरीके से इस्तेमाल करता है और चिकित्सक द्वारा बताए अनुसार परहेज़ करता है तो उस रोग के समाप्त हो जाने की पूरी,पूरी संभावना रहती है,फिर भी यदा_कदा फायदा नहीं भी मिलता है,क्योंकि कुछ चीजें ईश्वर के अधीन रहती है,ठीक इसी तरह ज्योतिष के बारे में भी समझना चाहिए,एक कुशल ज्योतिषी द्वारा बताए गए उपाय के साथ ही साथ यदि परहेज़ (अचार, ब्यव हार) का पालन किया जाय तो सफलता की पूरी,पूरी संभावना रहती है ,फिर भी यदि यदा _कदा पूरी तरह सफलता न मिले तो ज्योतिष को अंध विश्वास कहना किसी भी तरह उचित नहीं है।
वस्तु तः जिस तरह तेज धूप से बचने के लिए छाता अथवा तेज बारिश से बचने के लिए रेन कोट सहायक है उसी तरह ज्योतिष को भी मानना चाहिए।
ज्योतिषीय उपाय के साथ ही साथ अचार, ब्यव्हार में आवश्यक सुधार करने से निश्चित रूप से लाभ उठाया जा सकता है ।
डॉ शिव शरण श्रीवास्तव अमल
(कवि, लेखक, वक्ता, ज्योतिष एवं वास्तु विशेषज्ञ)
9424192318
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