एस के कपूर श्री हंस

कर्म ही महान है।


 


जान लो जन्म निश्चित तो


मरण भी निश्चित है।


अगर हैं करम अच्छे. तो


स्मरण भी निश्चित है।।


याद रहे कि मेहनत कभी


व्यर्थ नहीं जाती।


परिश्रम से भाग्य भी तेरी


शरण निश्चित है।।


 


बो कर पेड़ बबूल का आम


कोई पाता नहीं है।


करके करम बुरे कोई स्वर्ग


भी जाता नहीं है।।


करनी का फल मिलता है


कैसे भी संसार में।


बिना ऊंचा उठे तारे तोड़ कर


कोई लाता नहीं है।।


 


जान लो हमारे अच्छे कर्म ही


हमारी रक्षा करते हैं।


पुरुषार्थ से ही जीवन में हम


दक्षा बनते हैं।।


भावी पीढ़ी लिए कर्म ही है


कसौटी भाग्य की।


सीखाकरआचरण अच्छा नींव


सुरक्षा की धरते हैं।।


 


एस के कपूर श्री हंस


बरेली।


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