एस के कपूर श्री हंस

 पापा आपकी देखा देखी ,


मम्मी पर हाथ उठाया है।।


 


*पापा जल्दी घर आ जाना।।*


घरआकर हमें हाथ मुँह धोना है।


जल्दी ही हमको फिर सोना है।।


कल हैं आन लाइन क्लासेस।


खेलना भी फिर हमें खिलौना है।।


*पापा जल्दी घर आ जाना।।*


घर में बैठकर कहानी सुननी है।


बातें अच्छी वाली चुननी हैं।।


कॅरोना में बाहर खेलने नहीं जाना।


सीख दादी नानी की ही गुननी है।।


*पापा जल्दी घर आ जाना।।*


कहते हो कॅरोना ,जाते बिना मास्क।


क्यों निकलते हो बाहर ,बिना टास्क।।


हमसे कहते सब्जी फल खाओ।


आप खुद नहीं पी रहे काढ़ा खास।।


*पापा जल्दी घर आ जाना।।*


कहते हमसे , मत बोलो कभी झूठ।


रोज़ बताते कि, मत जायो यूँ रूठ।।


फिर क्यों कहलवाते, घर पर नहीं हैं।


इससे सीख में ,आ जाता है खोट।।


*पापा जल्दी घर आ जाना।।*


कहते हमसे, मत झगडो आपस में।


मत बोलो गलत ,स्कूल से वापिस में।।


फिर साथ वालेअंकल से गुस्सा किया।


क्यों लड़े उनसें ,आप फिर आपस में।।


*पापा जल्दी घर आ जाना।।*


मम्मी पापा आप ही हमारी दुनिया हैं।


आप दोनों से ही हम मुन्ना मुनिया हैं।।


जो आज सिखायेंगे करेंगें कल वही।


यही सीधी सी बात की गुनिया है।।


*पापा जल्दी घर आ जाना।।*


आप कहते नशा करना बुरी बात है।


कहते टीवी देखना आँखों आघात है।।


फिर क्यों दिन भर मोबाइल सिगरेट।


शराब पीते रहते आप दिन रात है।।


*पापा जल्दी घर आ जाना।।*


हमें भी पान खाने का शौक़ आया है।


हमनें भी सिगरेट कश आजमाया है।।


आपकी देखा देखी क्षमा करना।


आज मम्मी पर हाथ उठाया है।।


पापा जल्दी घर आ जाना।।


पापा जल्दी घर आ जाना।।


 


एस के कपूर श्री हंस


बरेली।


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