एस के कपूर श्री हंस

यह जीवन कभी


व्यर्थ नहीं जाने पाये।।


 


कभी हारना फिर जीतना यही


जिंदगी का फलसफा है।


कौन कहता कि तेरी किस्मत


तुझसे खफा है।।


कभी धूप कभी छाँव यही है


इस जीवन का नाम।


जीवन के हिसाब किताब में


कभी नुकसान ओ नफा है।।


 


जीवन पहेली नहीं बना कर


सहेली इसको जीना है।


कभी सुख की बहारें तो कभी


गमों का घूंट पीना है।।


माना मुश्किलें हज़ार जिन्दगी


में कदम कदम पर।


फिर भी हर दुःख पर भारी 


जीवन एक नगीना है।।


 


जीवन की आपाधापी में भी


मन अपना शांत रखो।


दैनिक आत्म विश्लेषण करते


समय कुछ एकांत रखो।।


स्वयं को पढ़िये कि आप भी


हैं एक पुस्तक समान।


निर्णय अपने तुम न्याय परक


और मस्तिष्क वेदांत रखो।।


 


यह एक ही मिला है जीवन कि


व्यर्थ नहीं जाने पाये।


करो जीवन में ऐसा कि कंही 


अर्थ नहीं निकल जाये।।


प्रभु ने दिया जन्म शक्ति ऊर्जा का


सदुपयोग करने को।


याद रहे जीवन तेरा हर दिन तुझे


कुछ समर्थ ही बनाये।।


 


 एस के कपूर श्री हंस


बरेली।


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