श्री हनुमान जी के चरणों में
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राम दूत तुम सबके रक्षक हो
तुम ही तो बल के धाम हो
हम सब तुमको वंदन करते है
तुम्हारे चरणों में एक फूल चढ़ाते है।
तुम ही प्रेम के सच्चे स्वरूप हो
तुम्ही दया के सागर हो
तुम कष्ट हरण नाशक हो
तुम्हारे चरणों में एक फूल चढ़ाते है।
तुम ही सबके रक्षक हो
जो भी तुम्हारा नाम जपे
उसकी हर विपदा टली
तुम्हारे चरणों में एक फूल चढ़ाते है।
प्रभु श्रीराम के तुम अति प्रिय हो
केसरी नंदन सबको सुमति का दान दो
विद्या विनय का दान दो
तुम्हारे चरणों में एक फूल चढ़ाते है।
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कालिका प्रसाद सेमवाल
रूद्रप्रयाग उत्तराखंड
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