कालिका प्रसाद सेमवाल

हे मातृभूमि तुम्हें नमन


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आओ मातृभूमि का गुणगान करें


इस वसुंधरा को प्रणाम करें


आज देश ख़तरे में है 


इस की सुरक्षा के लिए बलिदान करें।


 


देश प्रेम से ओत-प्रोत हो


हर भारत मां का लाल,


सीमा की जो रक्षा कर रहा


उन वीर जवानों को कोटि-कोटि प्रणाम।


 


भारत में की रक्षा के लिए


हर भारतीय को तैयार होना है


भारत भूमि को स्वर्ग बनाना


हम सब का परम धर्म है।।


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कालिका प्रसाद सेमवाल


मानस सदन अपर बाजार


रुद्रप्रयाग उत्तराखंड


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