नूतन लाल साहू

विज्ञान का कमाल


अखबार की कवर पर


उनका छपा था,फोटो


विज्ञान की खबर है


उसमे अजीब क्षमता है


बच्चे हुये है,बारह


पर चेहरे पर शिकन नहीं है


नक्शे कदम बता रहा है


अगला और भी आ रहा है


यही तो विज्ञान का कमाल है


पी करके देशी ठर्रा


कलाकार मंच पर जमे हुए हैं


पर,घर की शेरनी का डर


उनको सता रहा है


खुल कर हंस लो आज


कल का क्या भरोसा


आदमी बेमौत मर रहा है


पूरा करने रोबोट आ रहा है


यही तो विज्ञान का कमाल है


एक कलाकार का नाम धोखे से


रख दिया, फटाका


पता नही ऐसा क्या हुआ


हास्य जगत में कर दिया धमाका


सभी मंचो पर,बस वही शोर


वंस मोर, वंस मोर


यही तो विज्ञान का कमाल है


दिन दुनी रात चौगुनी,निरन्तर प्रगति करो


पहले का था,ये आशीर्वाद


अब दुर से मस्तक, झुकाते हैं और


हाथ के इसारे से,मिलता है आशीर्वाद


क्या सियान, क्या बच्चा


सभी का प्रिय बन गया है,यह ब्रांड


यही तो विज्ञान का कमाल है


हर रोज,अखबार पर यही धमाका


यहां अपहरण, यहां बलत्कार


वाहन दुर्घटना का,इतने लोग हो गया शिकार


इस राज्य का अचानक,बदल गया सरकार


जूता संस्कृति का,हो गया आविष्कार


जूता फेंकने वाले से कहीं ज्यादा


जूता खाने वाले का बढ़ जाता है, कद


इससे बढ़कर और क्या हो सकता है,चमत्कार


यही तो विज्ञान का कमाल है


नूतन लाल साहू


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