नूतन लाल साहू

पितृ पक्ष


चाहे ज्ञानी बनो,चाहे विज्ञानी बनो


चाहे नेता बनो,चाहे अभिनेता बनो


संतान हो,अपने मां बाप का


पूर्वजों को, याद कर लें


सुनहरा अवसर हैं,क्षमा प्रार्थना का


पूर्वजों के संपत्ति को हथियाने


भाई भाई लड़ जाते हैं


कोई किसी से कम नहीं होते


मार काट मर जाते हैं


झगड़ा हमने बहुत किया है


सुनहरा अवसर है,क्षमा प्रार्थना का


चाहे ज्ञानी बनो,चाहे विज्ञानी बनो


चाहे नेता बनो,चाहे अभिनेता बनो


संतान हो,अपने मां बाप का


पूर्वजों को याद कर लें


सुनहरा अवसर है,क्षमा प्रार्थना का


माया मोह का है जंजीरा


किसी को सुख है,किसी को पीड़ा


तन के खातिर,खूब तू कमाया


खा खा के तन को बढ़ाया


सत्य मरम तू समझ न पाया


सुनहरा अवसर है,क्षमा प्रार्थना का


चाहे ज्ञानी बनो,चाहे विज्ञानी बनो


चाहे नेता बनो,चाहे अभिनेता बनो


संतान हो,अपने मां बाप का


पूर्वजों को, याद कर लें


सुनहरा अवसर है,क्षमा प्रार्थना का


पूत हो तुम,कपूत नहीं


सपूत हो के तुम


अपने पूर्वजों के लाज बचा जाना


सबसे पहले,तुम बेटा हो


फिर नेता,अभिनेता हो


बेटा बन के तुम


संस्कार और संस्कृति को मत भूलना


चाहे ज्ञानी बनो,चाहे विज्ञानी बनो


चाहे नेता बनो,चाहे अभिनेता बनो


संतान हो,अपने मां बाप का


पूर्वजों को,याद कर लें


सुनहरा अवसर है, क्षमा प्रार्थना का


 


नूतन लाल साहू


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