विस्मरण व्यथा
कैसे बढ़ाये,स्मरण शक्ति
कैसे करें,समस्यायों का समाधान
अनेकोनेक समस्या निर्मित हो रही है
विस्मरण व्यथा, हो रहा है विकराल
व्यक्ति व्यर्थ के बातो में झूल रहा है
नित्य कर्म भी भुल रहा है
कहते हैं,भगवान ने समस्या निर्मित की है
तो,वहीं करेंगे समाधान
विस्मरण व्यथा,हो रहा है विकराल
एक जनाब,कोर्ट में पेशी जाने
फ़ाइल घर पर,निकाल कर रखी
पर,फाइल लाना ही भुल गया
वकीलों का बहस का दिन था
मामला हाथ से छुट गया
कैसे चलेगी,जीवन नैया
विस्मरण व्यथा,हो रहा है विकराल
तर्क कुतर्क,उलझन में डाल रहा है
दूरदर्शन के बोर कार्यक्रमों का,प्रभाव हो रहा है
निशदिन नया नया,समस्या देखकर
आदमी गहरी नींद, कहां सो रहा है
सच कहता हूं,यह चिंतन का विषय है
विस्मरण व्यथा,हो रहा है विकराल
व्यक्ति कार चलाते समय,मन ही मन
कोई किस्सा, गढ़ रहा है
दुर्घटना से कैसे बचे,चौराहे का बोर्ड पढ़ रहा है
होश आया तो देखा,अस्पताल के बिस्तर पर पड़ा है
सच कहता हूं,अनुसंधान का विषय है
विस्मरण व्यथा, हो रहा है विकराल
नूतन लाल साहू
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें