शछोटी-छोटी बात पर,
करो नहीं तक़रार।
धीर-वीर गंभीर बनो,
करो सभी से प्यार।
चार दिनों की जिंदगी,
लड़ना है बेकार।
बाॅ॑ट सको तो बाॅ॑ट दो,
सारे जग में प्यार।
तेरा- मेरा मत करो,
है सराय संसार।
जाना जिसको छोड़कर,
रह दिन दो या चार।
संकटमोचन ही बनो,
मत संकट आधार।
फॅ॑से हुए मझधार जो,
उन्हें लगाओ पार।
।। राजेंद्र रायपुरी।।
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