राजेंद्र रायपुरी

 राजनीति और नेता 


 


राजनीति अब हो रही, 


       ‌‌ इसीलिए बदनाम।


दो कौड़ी के जो नहीं, 


             लगते ऊॅ॑चे दाम।


 


नेताओं को तो लगे,


              राजनीति व्यापार।


कीमत दो पैसे नहीं, 


             लेते लेकिन चार।


 


क्या होगा इस देश का,


           सबसे बड़ा सवाल।


लूट मची है हर तरफ,


             नेता बने दलाल।


 


बिन पैसे के ये नहीं, 


            करते कोई काम।


निश्चित करके है रखा,


            सभी काम का दाम।


 


            ।। राजेंद्र रायपुरी।।


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