उन्नीस सौ सन आठ में, जन्म 'सिमरिया' ग्राम।
'दिनकर' के माता-पिता, 'रूप' 'रवि सिंह' नाम।।
'कुरुक्षेत्र', व 'रश्मिरथी', 'रसवन्ती', हुंकार।
'धूप-छाँह' अरु उर्वशी, 'दिल्ली' हाहाकार।।
'नील-कुसुम','संचीयता', 'चक्रवाल','प्रणभंग'।
'दिनकर जी के गीत' में, 'नये सुभाषित' रंग।।
'शिव' "आँसू इतिहास के", अरु "आत्मा की आँख"।
हो "दिनकर की सूक्तियाँ" काव्य सृजन की शाख।।
संस्कृति के अध्याय हो, या रेती के फूल।
दिनकर की रचना सभी, रहीं समय अनुकूल।।
'कवि-श्री', 'बापू', 'रेणुका', 'हारे को हरिनाम'।
'वट-पीपल', 'चेतन-शिला', 'प्रतीक्षा-परशुराम'।।
शिवेन्द्र मिश्र शिव
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