कुछ तो उसकी भी शान रहने दे
इतना ऊँचा बखान रहने दे
हुस्ने मतला ---
उलटे सीधे बयान रहने दे
कुछ तो अपना भी मान रहने दे
फिर हक़ीक़त समझ में आयेगी
बस मुझे दर्मियान रहने दे
तू मुझे हर तरह गवारा है
शिजरा-ऐ-खानदान रहने दे
तुझको अब तक यक़ीं न हो पाया
और अब इम्तिहान रहने दे
मत मिटा इस तरह कहानी को
कुछ तो बाक़ी निशान रहने दे
एक से एक हैं यहाँ साग़र
ख़ुद पे इतना गुमान रहने दे
🖋️विनय साग़र जायसवाल
बरेली
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