अभय सक्सेना एडवोकेट कानपुर

शारदीय नवरात्र आई है, 


आशायें हजारों लाई है।


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अभय सक्सेना एडवोकेट


 


शारदीय नवरात्र आई है, 


आशायें हजारों लाई है।


 कृपा करो मातारानी,


कोरोना से आफत छाई है।


 


पूरा विश्व बेहाल है इससे, 


मुसीबत हमारे ऊपर भी छाई है।


महामारी है यह तो मैया, 


दवा अभी तक नहीं आई है।


कृपा करो मातारानी,


कोरोना से आफत छाई है।


 


बचने का एक मात्र उपाय,


सोशल डिस्टेंसिंग ही अपनाई है।


मुंह पर मांस्क लगाकर रखते,


फिर भी जान सांसत में आई है।


कृपा करो मातारानी,


कोरोना से आफत छाई है।


 


हाल बुरे हैं हम सभी के,


भूखें मरने की नौबत आई है।


दया करो देवी मैया,


सभी की सामत आई है।


कृपा करो मातारानी,


कोरोना से आफत छाई है।


 


सद्बुद्धि दो सबको मैया,


गुहार ये अभय ने लगाई है।


चलें सभी उसी राह पर ,


मोदीजी ने राह जो दिखाई है।


 कृपा करो मातारानी,


कोरोना से आफत छाई है।


 


डटकर लड़ कोरोना से ,


बहुतों की जान बचाई है।


एक जुटता से फिर हमने,


"अभय"भारत की राह बनाई है।


कृपा करो मातारानी,


कोरोना से आफत छाई है।


 


शारदीय नवरात्र आई है, 


आशायें हजारों लाई है।


 कृपा करो मातारानी,


कोरोना से आफत छाई है।


 


 अभय सक्सेना एडवोकेट


४८/२६८, सराय लाठी मोहाल जनरल गंज कानपुर नगर।


मो.९८३८०१५०१९,


८८४०१८४०८८.


१६/१०/२०


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