*मत कर लालच*
1-लालच से इज्जत घट जाती।
2-लालच में मछली फँस जाती।
3-अति लालच दुर्दिन का कारण।
4-लालच में है छिपी दासता।
5-लालच में धोखा मिलता है।
6-लालच संकट का कारण है।
7-लालच से बेचैन मनुज है।
8-जान चली जाती लालच में।
9-त्याग और संतोष जहाँ है।
नहिं लालच का नाम वहाँ है।।
10-लालच में अपमान बसा है।
11-वशीभूत है जो लालच के।
वह जीता रहता मर-मर के।।
रचनाकार:
डॉ. रामबली मिश्र हरिहरपुरी
9838453801
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