नहीं अर्थ का अर्थ निकालो
मन में कोई भ्रम मत पालो।
नहीं अर्थ का अर्थ निकालो।।
सुंदर मन से अर्थ निकालो।
मत अनर्थ में मन को डालो।।
शव्दों का भावार्थ समझना।
तुम पचड़े में कभी न पड़ना।।
तोड़-मोड़कर प्रस्तुत मत कर।
सीधा अर्थ शव्द का बेहतर।।
बुद्धि भयंकर नहीं लगाओ।
सीधे-सीधे अर्थ बताओ।।
संरचना को कभी न तोड़ो।
प्रिय भावों से नाता जोड़ो।।
सरल बनो दिलवर बन जाओ।
सबके आगे शीश झुकाओ।।
बुरा शव्द कुछ नहीं यहाँ पर।
शव्द ब्रह्ममय अतिशय सुंदर।।
अर्थ निकालो गाढ़ा-गहरा।
देना सदा बुद्धि पर पहरा।।
शव्दार्थों का स्वागत करना।
दिल से सोच-समझकर रहना।।
आगे-आगे दिल को रखना।
पीछे-पीछे अपने चलना।।
शव्द-अर्थ-भावार्थ एक कर।
संयम से ही नित परिचय कर।।
डॉ. रामबली मिश्र हरिहरपुरी
9838453801
***********************
बहुत बहुत आभार मित्रवर
कर मेरा उद्धार मित्रवर
मुझको छोड़ न देना प्यारे
कर मुझ पर उपकार मित्रवर।
साथी बन साकार मित्रवर
बन मेरा आधार मित्रवर
साकी बनकर प्रेम पिलाओ
करना मत इंकार मित्रवर।
अतिशय सज्जन तुम्हीं मित्रवर
मेरे हिय में तुम्हीं मित्रवर
मत करना अपमान कभी भी
स्नेहधाम इक तुम्हीं मित्रवर।
डा. रामबली मिश्र हरिहरपुरी
9838453801
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें