*विषय।। शुभ नवरात्रि महिमा।।*
*शीर्षक।।*
*हे माँ दुर्गा पापनाशनी, तेरा वंदन*
*बारम्बार है।।*
सुबह शाम की आरती और
माता का जयकारा।
सप्ताह का हर दिन बन गया
शक्ति का भंडारा।।
केशर चुनरी चूड़ी रोली हे माँ
तेरा श्रृंगार सब करें।
सिंह पर सवार माँ दुर्गा आयी
बन भक्तों का सहारा।।
तेरे नौं रूपों में समायी शक्ति
बहुत असीम है।
तेरी भक्ति से बन जाता व्यक्ति
बहुत प्रवीण है।।
हे वरदायनी पपनाशनी चंडी
रूपा कल्याणी तू।
लेकर तेरे नाम मात्र से हो जाता
बहुत तल्लीन है।।
नौं दिन की नवरात्रि मानो कि
ऊर्जा का संचार है।
भक्ति में लीन तेरे भजनों की
भरमार है।।
कलश कसोरा जौ और पानी
आस्था के प्रतीक।
हे जगत पालिनी माँ दुर्गा तेरा
वंदन बारम्बार है।।
*रचयिता।।एस के कपूर "श्री हंस*"
*बरेली।।*
मोब।।। 9897071046
8218685464
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें