कालिका प्रसाद सेमवाल

*श्री बजरंगबली जी के चरणों में एक फूल चढाना है।*


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राम दूत तुम सबके रक्षक हो,


तुम ही तो बल के धाम हो,


हम सब तुमको वंदन करते है,


श्री बजरंगबली जी के चरणों में एक फूल चढ़ाना है।


 


तुम ही प्रेम के सच्चे स्वरूप हो,


तुम्ही दया के सागर हो,


तुम कष्ट हरण नाशक हो,


श्री बजरंगबली जी के चरणों में एक फूल चढ़ाना है।


 


तुम ही सबके रक्षक हो,


जो भी तुम्हारा नाम जपे,


उसकी हर विपदा टली,


श्री बजरंगबली जी के चरणों में एक फूल चढ़ाना है।


 


प्रभु श्रीराम के तुम अति प्रिय हो,


केसरी नंदन सबको सुमति का दान दो,


विद्या विनय का दान दो,


श्री बजरंगबली जी के चरणों में एक फूल चढ़ाना है।


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कालिका प्रसाद सेमवाल


मानस सदन अपर बाजार


रूद्रप्रयाग उत्तराखंड


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