कालिका प्रसाद सेमवाल

हे मां वीणा धारणी वरदे


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हे मां वीणा धारणी वरदे


विचलित मन को स्थिर कर दे


दूर करो सारी दुविधाएं


सब के मंगल का भाव जगा दो


सब के हित की बात लिखूं बस।


 


हे मां वीणा धारणी वरदे


शीश तुम्हारे चरणों में झुका रहे


हम अज्ञानियों को सद् बुद्धि दे


तुम्हारी कृपा से ये जीवन मिला है


जीवन को सार्थक कर दो मां


बस तुम्हारा ही हर वक्त ध्यान रहे।


 


हे मां वीणा धारणी वरदे


 नमन करता मां हंस वाहिनी


हूं अल्प बुद्धि और नादान भी


ले शरण में मां बस अपनी कृपा कर


दया की तुम भंडार हो मां


सब पर अपनी करुणा बरसाओं मां।


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कालिका प्रसाद सेमवाल


मानस सदन अपर बाजार


रुद्रप्रयाग उत्तराखण्ड


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