नूतन लाल साहू

समय,सबसे बड़ा बलवान है


 


क्यों भिड़ता है, समय से


समय है, पहलवान


जो पंगा ले, समय से


वह, पाछे पछताय


समय,सबसे बड़ा बलवान है


समय आयेगा,समय पर


समय किसी के बाप का


होता नहीं है,गुलाम


समय से पहले, किसी को नहीं मिला सम्मान


समय,सबसे बड़ा बलवान है


जो समय का,सदुपयोग करें


लिख देता है,जीत का एक नया अध्याय


योजना बनाओ,अमल करें


समय ही,सबको समझाय


समय,सबसे बड़ा बलवान है


थोड़ा सब्र कर,सत्कर्म कर


फिर जो मांगेगा,तुझे दे देंगा भगवान


बदल सोचने का ढंग


यदि सुख की है,चाह तुम्हे


समय,सबसे बड़ा बलवान है


दुबारा नहीं लौटता है


बचपन के वो,बीते हुए काल


दूसरो को मिटाने, जो चला था


वो स्वयं,हो गया साफ


समय,सबसे बड़ा बलवान है


अगर, एक द्वार बंद हो जावे


तो तुम,करना नहीं मलाल


ऊपर वाला,खोलता है


भाग्य के,कई द्वार तत्काल


समय,सबसे बड़ा बलवान है


नूतन लाल साहू


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