छठ पूजा
हे छठ महामाई तुम्हें प्रणाम
करती सब के पूरे काम
निर्जला व्रत में करुँ तुम्हारा
नाम जपु माँ बारंबारा
करो कृपा माँ विनती जान
बिगड़े बनाए सबके काम
गुड और खीर का भोग लगाउँ
कोरे -कोरे कलश में जल भर लाऊँ
करो भोग मेरा स्वीकार
मेरी आराधना करो अंगीकार
गली-गली में धूम मची है
खुशियों की बौछार हुई है
सब जन पूजें आठो याम
हे महामाई तुम्हें प्रणाम
डॉ निर्मला शर्मा
दौसा राजस्थान
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