भाई दूज
भाई बहन का प्यार
लेकर आया त्योहार
रिश्तों की बंधी है डोर
अगाध प्रेम नहीं कोई छोर
भाई दूज का दिन पावन
सदियों से चला ये चलन
यम से करने प्राणों की रक्षा
बहन करती भाई की सुरक्षा
सजा थाली लगा टीका उसको
दीर्घायु के लिए करती व्रत वो
करता है संकल्प भाई खुश होकर
बहन की रक्षा करूँगा वचन देकर
डॉ0 निर्मला शर्मा
दौसा राजस्थान
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