डॉ० रामबली मिश्र

*प्यार*


प्यार करके भले ही मर जायेंगे,


इसे कभी भी नहीं भूल पायेंगे।


 


भले ही इकतरफा ही सही है सही,


जिंदगी को दांव पर हम लगायेंगे।


 


मरना सभी की है नियति यह बात याद रख,


इक दिन सभी जहां से निर्बाध जायेंगे।


 


माना कि हम मनुज हकदार प्यार के,


पंछी भी प्यार करते इक रोज जायेंगे।


 


कोई भले न प्यार दे इस बात का न गम,


हम प्यार करते विश्व से हर रोज जायेंगे।


 


दिल में गिला न शिकवा हम आप में जगत,


हम प्यार करते प्यार से हर बार जायेंगे।


 


कोई न रोक सकता हमको यहाँ जहां में,


 हक जताते प्यार पर हम रोज जायेंगे।


प्यार का पैगाम लिये आये धरा पर,


प्यार करते हर किसी से लौट जायेंगे।


हमको बुरा न समझो हम दूत ईश के,


प्यार के संदेश को हम गुनगुनायेंगे।


एकतरफा प्यार भी तो प्यार की कली,


पुष्प की मुकाम पर एक रोज जायेंगे।


विश्व की महान शक्तियाँ भी विफल हैं,


बुलंदियों तक प्यार को पहुँचा के मानेंगे।


 


डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी


9838453801


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