निशा अतुल्य

राधे राधे 


🙏🏻😊


 


भज मन गोविंद गोविंद हरे मुरारी 


ज्ञान और शिक्षा दे दो हमें सारी ।


प्रज्ञा बढ़ाओ गोविंद मुरारी ।


 


बन जायेगा तू मीरा तभी से 


रटे है जब तू गोविंद मुरारी 


रटता जब मन कान्हा कान्हा 


तब बन जाता तू ही तो राधा ।


भज मन गोविंद गोविंद हरे मुरारी 


ज्ञान और शिक्षा दे दो हमें सारी ।


 


एक तेरा ही तो रूप सब में समाया


कभी बने मीरा तू,कभी बन जाये राधा 


भज मन गोविंद गोविंद हरे मुरारी 


ज्ञान और शिक्षा दे दो हमें सारी ।


 


मुरली तेरी अधर पर साजे 


उससे राधा राधा बाजे


ग्वालबाल सँग लीला रचाई 


गोपी सारी हो मदमस्त नाचे ।


भज मन गोविंद गोविंद हरे मुरारी 


ज्ञान और शिक्षा दे दो हमें सारी ।


 


प्रेम की भाषा जिसने भी जानी 


वो तर गया हे कृष्ण मुरारी


दे कर गीता का ज्ञान जग को,


कर्मक्षेत्र में डटे हर नर नारी ।


भज मन गोविंद गोविंद हरे मुरारी 


ज्ञान और शिक्षा दे दो हमें सारी ।


 


स्वरचित 


निशा"अतुल्य"


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