राजेंद्र रायपुरी

😄😄* एक षष्टपदी *😄😄


मापनी- २१२२-२१२२-२१२२-२१२२


 


साठ पर है एक शिक्षक क्या मैं जाऊॅ॑ पाठशाला।


बात झूठी है नहीं यह कह रहा जो आज लाला। 


भेड़-बकरी से भरे हैं एक कमरे बाल सारे।


क्या पढ़ेंगे इस तरह हम सोचते बच्चे हमारे।


हाल ये ही हर जगह है हो भला कैसे पढ़ाई।


साल सत्तर में चले हम कोस देखो बस अढ़ाई।


 


              ।। राजेंद्र रायपुरी।।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अखिल विश्व काव्यरंगोली परिवार में आप का स्वागत है सीधे जुड़ने हेतु सम्पर्क करें 9919256950, 9450433511