डॉ० रामबली मिश्र

 *अदा पर फिदा..*


अदा पर फ़िदा हो गया धीरे-धीरे।

मचलने लगा मन जरा धीरे-धीरे।।


लगा देखने मैं अदायें निराली।

बहकने लगा दिल जरा धीरे-धीरे।।


चढ़ा जोश का ज्वार मुस्कान भर कर।

धड़कने लगा दिल जरा धीरे-धीरे।।


फिदा हो गया इस कदर पूछना मत।

पिघलने लगा मन जरा धीरे-धीरे।।


अँगड़ाइयाँ भर रही थीं कुलाचें।

विचलने लगा दिल जरा धीरे- धीरे।।


डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी

9838453801

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