नूतन लाल साहू

वक्त सभी को मिलता है
जिंदगी बदलने के लिए
जिंदगी दोबारा नहीं मिलती
वक्त बदलने के लिए
समझ न पाया कोई भी
तकदीरो का राज
वक्त बहुत मूल्यवान है
वक्त ही है पहलवान
वक्त को सांसारिक वासनाओं में
व्यर्थ की कल्पनाओं में
जग की सब तृष्णाओ में
क्यों व्यर्थ खो रहे हो
जग की ममता को छोड़
भगवान से नाता जोड़
तेरा जिंदगी बदल जायेगा
वक्त सभी को मिलता है
जिंदगी बदलने के लिए
जिंदगी दोबारा नहीं मिलती
वक्त बदलने के लिए
जिस जिस ने वक्त से प्यार किया
श्रृद्धा से मालामाल हुआ
मिलती है बड़े भाग्य से
सुर दुर्लभ मानुष तन
वक्त के ज्ञान में जो शक्ति है
वो ही जिंदगी के दर्पण को साफ करती हैं
जीवन की डोर को अब
तुम कर दो प्रभु के हवाले
इस भवसागर में केवल
प्रभु शरण ही सुखदाई
वक्त सभी को मिलता है
जिंदगी बदलने के लिए
जिंदगी दोबारा नहीं मिलती
वक्त बदलने के लिए
नूतन लाल साहू

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