डॉ०रामबली मिश्र

 अभिवादन    (तिकोनिया छंद)


अभिवादन कर,

सम्मानित कर।

सदा प्रेम कर।।


श्रद्धा रखना,

इज्जत करना।

उन्नति करना।।


विद्वान बनो,

 बलवान बनो।

गहना पहनो।।


बनो यशस्वी,

दिखो तपस्वी।

रह ओजस्वी।।


रचनाकार:डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी

9838453801

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