राजेंद्र रायपुरी

 😊😊  एक युगल गान  😊😊

आजा प्रियतमा। 

आजा,आजा प्रियतमा।

मैं कब से तेरी राह निहारूॅ॑,

आजा प्रियतमा।

आजा, आजा प्रियतमा।


आजा साजना।

आजा, आजा साजना।

मैं अपना सब कुछ तुझ पर वारूॅ॑,

आजा साजना।

आजा,आजा साजना।


तुझ बिन दिल की बगिया सूनी।

धड़कन  लगती  दिल  की दूनी।

हर   पल   तेरी    याद   सताए।

तुझ बिन मन को कुछ ना भाए।


आजा प्रियतमा।

 आजा,आजा प्रियतमा।


तुझ बिन कटती हैं ना रातें।

करूॅ॑ प्रेम  की  किससे बातें।

इक पल लागे इक युग जैसे।

काटूॅ॑    रतियाॅ॑    जैसे - तैसे।


आजा साजना।

आजा,आजा साजना।


होता  पंछी  तो  उड़ आता।

बैठ विरह यह गीत न गाता।

मजबूरी है क्या बतलाऊॅ॑।

चाहूॅ॑ पर  मैं आ  ना पाऊॅ॑।


आजा प्रियतमा।

आजा,आजा प्रियतमा।


पास सजन मैं आऊॅ॑ कैसे। 

दुनिया को समझाऊॅ॑ कैसे।

शूल बिछाती पग-पग पर ये।

शूल    हटाऊॅ॑    इतने   कैसे।


आजा साजना।

आजा,आजा साजना।


कब  से   तेरी   राह   निहारूॅ॑।

मैं अपना सब कुछ तुझ पर वारूॅ॑।

आजा प्रियतमा।

आजा,आजा प्रियतमा।

आजा साजना।

आजा,आजा साजना।


          ।। राजेंद्र रायपुरी।।

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