🤣🤣 बहती गंगा 🤣🤣
बहती गंगा में सभी,
लोग धो रहे हाथ।
मंशा दूजी पर कहें,
हम किसान के साथ।
हम किसान के साथ,
खड़े हैं वो दिलवाने।
जो है उनकी माॅ॑ग,
मगर क्या ये रब जाने।
अपना तो है काम,
करें जो मैया कहती।
धो लेते हम हाथ,
जहाॅ॑ भी गंगा बहती।
।। राजेंद्र रायपुरी।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें