नूतन लाल साहू

 ज्ञान की बातें


देने के लिए दान

लेने के लिए ज्ञान और

त्यागने के लिए अभिमान

सबसे सर्वश्रेष्ठ है

वर्तमान को साथ लेकर

बीते समय से कुछ सीख

नहीं होगी पछतावा

भविष्य होगी स्वर्णिम

कर्ण दान के लिए जाना जाता हैं

गुरु द्रोणाचार्य ज्ञान के लिए जाना जाता है

ऋषि दधीचि त्याग के लिए जाना जाता हैं

बंदा इस संसार में,चाहे कोई हंसे या कोई जले

मनुष्य अपना लक्ष्य खुद निर्धारित करता है

देने के लिए दान

लेने के लिए ज्ञान और

त्यागने के लिए अभिमान

सबसे सर्वश्रेष्ठ है

जितना भी भाग्य में मिला

सहर्ष कर उसको स्वीकार

प्रभु जी को कह दे शुक्रिया

वो है जगत का पालनहार

प्रारब्धों का योगफल और

कई जन्मों के कर्म फल से हमें जो मिला है

वो चाहे कांटे की राह हो

या हो गुलाब के फूल

हमे अपने कर्म से ही

बदलना है भाग्य लकीर

देने के लिए दान

लेने के लिए ज्ञान और

त्यागने के लिए अभिमान

सबसे सर्वश्रेष्ठ है

नूतन लाल साहू

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