एस के कपूर श्री हंस

 *रचना शीर्षक।।*

*इंसानियत साथ रखना हमेशा*

*इस जीवन के सफर में।।*


यह जीवन की चक्की यूँ ही

चलती रहती है।

सुख दुःख के पाटों में

मचलती रहती है।।

जो आशा और विश्वास की

लौ रखता जलाकर।

जिन्दगी हर दिन उसकी

संवरती रहती है।।


जीवन को मानो जैसे इक

खुशियों का त्यौहार है।

लाता एक साथ सुख दुःख

कई हज़ार है।।

केवल एक बात याद रखना

अपने इस जीवन में।

तेरी सबसे बड़ी पूँजी तेरा

अपना व्यवहार है।।


बीते कल का अफसोस सदा

मत करते रहना।

जो है आज का दिन वही

तेरा असली गहना।।

आने वाले कल की चिंता 

नहीं जरूरी है।

सोचो बस आज के बारे में

यही सबका कहना।।


इंसानियत सदा साथ रखना

इस सफर आम में।

यही काम आयेगी तेरे हर

किसी मुकाम में।।

जीवन इक प्रतिध्वनि वही

आता है लौट कर।

करता जो चालाकी उसका

अंत रहता नुकसान में।।


*रचयिता।।एस के कपूर "श्री हंस"*

*बरेली।।*

मोब।। 9897071046

                     8218685464

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