*अमर शहीद*(दोहा ग़ज़ल)
अमर शहीदों को नमन,नमन सपूत-जवान।
हे माटी के लाल तुम,हो भारत की शान ।।
हर मौसम में रह सजग,किए सुरक्षित लाज।
प्राण-समर्पण कर दिए,रखे देश का मान।।
रौंद शीष अरि का सभी,बढ़ा देश का नाम।
भारत माँ की प्राण दे,बचा लिए सब आन।।
युद्ध रहा हो कारगिल,या फिर था वो चीन।
सबका तोड़ गुरूर ये,दिए हमें पहचान।।
वीर सपूत शहीद हैं,परम त्याग की मूर्ति।
ये रक्षक-प्रहरी नहीं,ये लगते भगवान ।।
राष्ट्र-सुरक्षा हेतु ये,तज निज कुल-परिवार।
धूल चटा दी शत्रु को,लड़ निज सीना तान।।
डटे रहे हर वक्त सब,सीमा पर ये लाल ।
अमर शहीदों का सदा,करें सभी सम्मान।।
©डॉ0हरि नाथ मिश्र
9919446372
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