*बाल-गीत*
बंदर-भालू नाच दिखाते,
सोनू-मोनू गाना गाते।
ढोल बजाता गदहा आया-
हाथी ने भी झाँझ बजाया।।
फुदक-फुदक गौरैया आई,
तितली उसको देख पराई।
भौंरा भन-भन करता आया-
सुनकर मिट्ठू गाना गाया।।
म्यांऊँ करती बिल्ली मौसी,
आकर खाए हलुवा-लपसी।
उसे देखकर भगी गिलहरी-
तुरत पेड़ पर चढ़कर ठहरी।।
काँव-काँव कर कौआ आया,
रोटी लेकर तुरत पराया।
पास बैठ कर गुड़िया रानी-
मम्मी से आ कही कहानी।।
लेकर दही-जलेबी मम्मी,
कही सुनो हे प्यारी पम्मी।
छोड़ो खेल-तमाशा तुम अब-
खाओ दही-जलेबी अब सब।।
गुड्डू को भी तुरत बुलाओ,
अब मत ज्यादा शोर मचाओ।
खाकर करो पढ़ाई बच्चों।
होगी तभी भलाई बच्चों।।
©डॉ0हरि नाथ मिश्र
9919446372
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