नूतन लाल साहू

 रहस्यमयी बातें


पानी में गिरने से

किसी की बन मृत्यु नहीं होती

मृत्यु तभी होती हैं

जब तैरना नहीं आता है

परिस्थितियां

कभी समस्या नहीं बनतीं

समस्या तभी बनती हैं

जब उनसे निपटना नहीं आता है

स्थिति कैसी भी हो

हम सब रहें खुशहाल

जीवन के हर मोड़ पर

करते रहे प्रयास

थोड़ा सा तो सब्र कर

मिल जायेगा लक्ष्य

कब क्या देना है तुझे

जानता है परमेश्वर

समस्या तभी बनती हैं

जब उनसे निपटना नहीं आता है

समय से पहले भाग्य

तेरे पास न आयेगा

भाग्य से अधिक तुझको

कभी नहीं मिल पायेगा

कष्ट विपत्ति में भी कभी

संत नहीं घबराता है

क्षीण चंद्रमा गगण में जैसे

बढ़ता ही जाता हैं

समस्या तभी बनती हैं

जब उनसे निपटना नहीं आता है

बीते को तुम भूल जाओ

और भविष्य है अनजान

वर्तमान में जिन्होंने जिया

वो ही बनता है महान

जिसके सर पर ईश्वर का

होता है आशीष

बाल न बांका कर सकें

जो जग बैरी होय

प्रभु जी रक्खे जिस हाल में

उसे ही मुकद्दर मान

मत लो पंगा,प्रभु जी से

अगला जन्म सुधार

समस्या तभी बनती हैं

जब उनसे निपटना नहीं आता है


नूतन लाल साहू

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