नूतन लाल साहू

 सफलता की कुंजी


इस संसार में अनेक कलाये है

पर जो दूसरों के हृदय को छू लें

वो सबसे बड़ा कलाकार हैं

भूतकाल और भविष्य पर

नहीं दीजिए, ध्यान

वर्तमान में ही रहकर

लाओ होठो पर मुस्कान

कल क्या होगा यह राज

कौन सका है जान

झेल लिया जिस शख्स ने

पीड़ा का संघर्ष

एक दिन उसके सामने

नमन करेगा हर्ष

सांसे हमारी सीमित है

मृत्यु खड़ी है द्वार

एक बात लिख लीजिए

नहीं सांच को आंच

शक संशय पालकर

व्यर्थ न जलाओ हाड

यह जीवन इक युद्ध है

कभी जीत तो कभी हार

सबसे मीठा बचन बोल

वाणी का बाण,घातक होता है

जो पाया सबका आशीष

वहीं श्रेष्ठ इंसान होता है

भक्ति में मस्त,हनुमान जी को देखो

हृदय में प्रभु राम दिखा डाला

श्री कृष्ण भक्ति में मस्त,मीरा को देखो

विष का प्याला को अमृत बना डाला

इस संसार में अनेक कलाये है

पर जो दूसरों के हृदय को छू लें

वो सबसे बड़ा कलाकार होता है


नूतन लाल साहू

कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...