।।कष्टों से प्राप्त अनुभव जीवन
*की सर्वश्रेष्ठ पाठशाला है।।*
जब जिद को ठान लेते तो
तूफान भी हार जाते हैं।
मुश्किलों के बादल विश्वास के
सामने ठहर नहीं पाते हैं।।
अटूट आस्था और आशा का
पौधा कभी मुरझाता नहीं।
काम ऐसे करते कि जन
जीवन में सुधार लाते हैं।।
जीवन की पाठशाला में
सीखते हैं हर मंत्र।
जन जीवन की सेवा में
लगाते हैं हर यंत्र।।
संघर्ष की सीढ़ियों को चढ़
कर पहुंचते वो ऊपर।
बुद्धि, विवेक, साहस से
साधते हैं हर तंत्र।।
आत्म ज्ञान , आत्म बल से ही
व्यक्ति सफल होता है।
आत्म विश्वास से हर समस्या
का हल होता है।।
कष्ट और विपत्ति देते हैं व्यक्ति
को शिक्षा और सामर्थ्य।
दुःखों में मिला अनुभव भी
सिद्ध सुफल होता है।।
*रचयिता।।एस के कपूर "श्री हंस"*
*बरेली।।*
मोब।। 9897071046
8218685464
*।।कोशिश करो*
*तो जा सकते हो शून्य से*
*शिखर पर।।*
अपने तरकश कभी तुम
हार का तीर मत रखना।
बिक जाये जो सीने में
ऐसा जमीर मत रखना।।
जमीन पर रहो पर उड़ान
भरो तुम आसमान की।
मन हो साफ तुम्हारा जुबां
पे झूठी तकरीर मत रखना।।
अतीत का पछतावा नहीं
आगे की सुध लीजिए।
सुख में खुशी दुःख में भी
गमों कोआप जरा पीजिए।।
जान लीजिए कि चिन्ता
से भविष्य संवरता नहीं है।
कल को संवारना तो बस
आज से कोशिश कीजिए।।
गर हार भी गये तो भी
आगे आप बढ़ सकते हैं।
गिर कर उठ कर फिर
जाकर आप अड़ सकते हैं।।
चाहो तो शून्य से शिखर
पर जा सकते हैं आप।
मत हारो हौंसला तो हर
ऊंचाईआप चढ़ सकते हैं।।
*रचयिता।।एस के कपूर "श्री हंस*"
*बरेली।।*
मोब।।। 9897071046
8218685464
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