वादा किया था तूने, सबको राहत - ए आराम देगा।
तो हो गया क्या दिल्ली में इतना मचा कोहराम क्यों है।
आ गया सड़कों पर , आज ये किसान क्यों है
और रोटी देने वाला, आज रोटी का मोहताज क्यों है।
उठने लगे है आज इतने ये उनके दिलों में सवाल क्यों है।
उनके गिड़गिड़ाने का असर अब सरकारों पर क्या होता नहीं है ।
आज मेरे देश का अन्नदाता इतना परेशान क्यों है।
छोड़ कर अपने खेतों की मेढें को वो, सोने को सड़कों पर आज वो मजबूर क्यों है।
वादा किया था तूने, सबको राहत - ए आराम देगा।
तो हो गया क्या दिल्ली में इतना मचा कोहराम क्यों है।
Written by -Alark awasthi
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