खुशियों का संसार (चौपाई)
खुशियों का संसार दिला दो।
सुंदर सा दिलदार दिला दो।।
प्यारा सा परिवार दिला दो।
प्रिय मादक रसधार पिला दो।।
मन को अब कर दो रंगीला।
नाचे भीतर छैल-छबीला।।
प्रेमी का दरबार दिला दो।
सद्गति का अधिकार दिला दो।।
मेरे भीतर बैठे रहना।
दिल में घुलकर चलते रहना।।
मुझको मेरी प्रीति दिला दो।
मधुर प्रेम की रीति सिखा दो।।
अपना अद्भुत रूप दिखाओ।
मोहक सुंदर राग सिखाओ।।
रूप मधुर प्रिय हे आजाओ।
दिल में अमी सरस बरसाओ।।
करो प्रतिज्ञा आना ही है।
प्रीति रहस्य बताना ही है।।
मुझ से कुछ भी नहीं छिपाना।
सत्य प्रेम का मर्म सिखाना।।
रचनाकार:डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी
9838453801
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें